प्रधानमंत्री मोदी एवं मुख्यमंत्री चौहान को सुनाई ग्वालियर की अर्चना ने अपनी आत्मनिर्भरता की दास्तां
ग्वालियर | प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्व-निधि संवाद कार्यक्रम में ग्वालियर की पथ विक्रेता (स्ट्रीट वेंडर) श्रीमती अर्चना शर्मा से वर्चुअल चर्चा की। भोपाल से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी श्रीमती अर्चना शर्मा के आत्मनिर्भर बनने की दास्तां वर्चुअल तरीके से सुनीं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने अर्चना की लगन और मेहनत की सराहना करते हुए कहा कि आपने बहादुरी के साथ मुश्किल समय में परिवार को संभालकर मिसाल कायम की है। आप जैसी महिलाओं से पूरे समाज को प्रेरणा मिलती है। चार शहर का नाका ग्वालियर निवासी श्रीमती अर्चना ने प्रधानमंत्री स्व-निधि योजना से मिली आर्थिक मदद से टिक्की-चाट का ठेला लगाना शुरू किया है। उनके पति बीमार रहते हैं और परिवार के भरण-पोषण की जिम्मेदारी अर्चना के कंधों पर है।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने श्रीमती अर्चना शर्मा से पूछा कि टिक्की-चाट का ठेला लगाने के लिये पूँजी कहाँ से आई। तब अर्चना ने जवाब दिया कि उन्हें पीएम स्व-निधि योजना से 10 हजार रुपए का ऋण बिना परेशानी के मिल गया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने श्रीमती शर्मा से प्रश्न पूछा कि उन्हें इस योजना की जानकारी कैसे मिली, उत्तर में श्रीमती शर्मा ने कहा कि ऐसा ही छोटा-मोटा कार्य व्यवसाय करने वाले लोगों से उन्हें पीएम स्वनिधि योजना की जानकारी मिली। इसके बाद हमने नगर निगम के कार्यालय में आवेदन किया और हमें जल्द ही सेंट्रल बैंक से आर्थिक मदद मिल गई। अस्वस्थ चल रहे श्रीमती अर्चना के पति राजेन्द्र शर्मा एवं उनके बच्चों से भी प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बातचीत की। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने जब अर्चना को आयुष्मान भारत योजना के बारे में बताया तब अर्चना ने जवाब दिया कि इसी योजना से उनके पति का इलाज चल रहा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने अर्चना के पति के जल्द से जल्द पूर्ण स्वस्थ होने की कामना की। साथ ही अर्चना को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आपका परिवार सदैव खुशहाल रहे और बच्चे खूब पढ़ें लिखें।
कोविड-19 पर नियंत्रण के उद्देश्य से सरकार द्वारा लागू किए गए लॉक डाउन से पहले अर्चना के पति सब्जी का ठेला लगाते थे। अर्चना मंडी से सब्जी लाने में उनकी मदद करतीं थीं। लॉकडाउन के दौरान ही अर्चना के पति की तबियत खराब हो गई। ऐसे कठिन हालात में स्व निधि योजना ने अर्चना को बड़ा सहारा दिया है। अर्चना चार शहर नाका के इंदिरा नगर स्थित संदीप स्कूल के समीप चाट का ठेला लगाती हैं। उनका कहना है कि रोज एक हज़ार रुपये से अधिक की बिक्री हो जाती, जिसमें लगभग 300 रुपये की आमदनी शामिल है। वे कहती हैं प्रधानमंत्री जी ने हमें आत्मनिर्भर बना दिया है।
यहाँ सिटी सेंटर के समीप से हुए इस ऑन लाइन संवाद के दौरान कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, पुलिस अधीक्षकअमित सांघी एवं नगर निगम आयुक्त संदीप माकिन एवं श्रीमती अर्चना शर्मा के पति एवं बच्चे भी मौजूद थे। कलेक्टर श्री सिंह ने इस अवसर पर अर्चना को क्यूआर कोड पत्र सौंपा।
जब प्रधानमंत्री ने पूछा ग्वालियर आयेंगे तो हमें टिक्की खाने को मिल जायेगी…..
स्व-निधि संवाद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बड़ी आत्मीयता के साथ पथ विक्रेताओं से वर्चुअल चर्चा की। टिक्की-चाट का ठेला लगाने वाली ग्वालियर की श्रीमती अर्चना शर्मा से जब प्रधानमंत्री श्री मोदी ने पूछा कि जब हम ग्वालियर आयेंगे तो क्या हमें आपकी टिक्की खाने को मिल जायेगी। यह सुनकर अर्चना भावविभोर हो गईं और प्रधानमंत्री से कहा जरूर हम आपको टिक्की खिलाने के लिये आतुर हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने अर्चना की बेटी व बेटे से भी बात की। उन्होंने बच्चों से पूछा आपकी क्या अभिरूचि है। तब अर्चना की बेटी आकांक्षा ने जवाब दिया कि मैं बहुत अच्छा फोटोफ्रेम बना लेती हूँ। यह सुनकर प्रधानमंत्री खुश हुए और अर्चना के बच्चों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनायें दीं।
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