google.com, pub-2645916089428188, DIRECT, f08c47fec0942fa0 Aapkedwar Delhi News : आरती
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9 मार्च 2022,बुधवार का पंचांग


सूर्योदय:-*  06:34 *सूर्यास्त:-* 18:21 (ग्वालियर शहर )

विक्रम संवत *2078* वीरनिर्वाण संवत *2548* *शाके *1943*,

हिजरी सन *1443*,

सूर्य- *उत्तरायण,*

*बसंत ऋतु*

*🌞सूर्योदय कालीन तिथि,नक्षत्र आदि* :-

फाल्गुन शुक्ल पक्ष तिथि आज- *सप्तमी* 26:56 बजे रात तक  पश्चात अष्टमी तिथि

*नक्षत्र आज -* *करयिका* 08:30 बजे तज पश्चात रोहिणी नक्षत्र   *विष्कुम्भ *  योग तथा  *गर* करण।

*🪐  सूर्योदय  ग्रह राशि गत विचार :-* सूर्य-कुंभ,चन्द्र-वृष,मंगल-मकर, बुध- मकर, गुरु-कुंभ, शुक्र-मकर, शनि-मकर,राहू-बृष,केतु-बृश्चिक,प्लूटो-मकर,नेप्च्यून-कुंभ,यूरेनस-मेष

💫 *पंचक:-*  पंचक, गण्डमूल नहीं है भद्रा है ।

*🔥अग्निवास :-* पृथ्वी पर

*☄️दिशाशूल:*- *उत्तर*

*☠️राहूकाल:-* 12:28 बजे से 13:56बजे तक अशुभ समय।

*🌻अभिजीत मुहूर्त:-*  *12:06* बजे से *12:53*  बजे तक शुभ समय

*पर्व-त्योहार* :-रोहिणी व्रत,चन्द्रप्रभु जी मोक्ष

*मुहूर्त :-* नामकरण

*🌞चोघडिया, दिन*

लाभ06:34 - 08:03शुभ

अमृत08:03 - 09:31शुभ

काल09:31 - 10:59अशुभ

शुभ10:59 - 12:28शुभ

रोग12:28 - 13:56अशुभ

उद्वेग13:56 - 15:25अशुभ

चर15:25 - 16:53शुभ

लाभ16:53 - 18:22शुभ

*🌖चोघडिया, रात*

उद्वेग18:22 - 19:53अशुभ

शुभ19:53 - 21:25शुभ

अमृत21:25 - 22:56शुभ

चर22:56 - 24:27  शुभ

*पंचांग कर्ता:- सुप्रशिद्ध ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन(राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त) संपादक समयसमीक्षा मो 9425187186

7 मार्च 2022,सोमवार का पंचांग

 

*सूर्योदय:-*  06:36 *सूर्यास्त:-* 18:20 (ग्वालियर शहर )

विक्रम संवत *2078* वीरनिर्वाण संवत *2548* *शाके *1943*,

हिजरी सन *1443*,

सूर्य- *उत्तरायण,*

*बसंत ऋतु*

*🌞सूर्योदय कालीन तिथि,नक्षत्र आदि* :-

फाल्गुन शुक्ल पक्ष तिथि आज- *पंचमी* 22:32 बजे रात तक  पश्चात षष्ठी तिथि

*नक्षत्र आज -* *भरणी* 05:53 बजे रात तक पश्चात कृतिका  *इंद्र *  योग तथा  *बब* करण।

*🪐  सूर्योदय  ग्रह राशि गत विचार :-* सूर्य-कुंभ,चन्द्र-मेष,मंगल-मकर, बुध- मकर, गुरु-कुंभ, शुक्र-मकर, शनि-मकर,राहू-बृष,केतु-बृश्चिक,प्लूटो-मकर,नेप्च्यून-कुंभ,यूरेनस-मेष

💫 *पंचक:-*  पंचक,भद्रा गण्डमूल नहीं है।

*🔥अग्निवास :-* पृथ्वी पर

*☄️दिशाशूल:*- *पूर्व*

*☠️राहूकाल:-* 08:04 बजे से 09:02बजे तक अशुभ समय।

*🌻अभिजीत मुहूर्त:-*  *12:06* बजे से *12:53*  बजे तक शुभ समय

*पर्व-त्योहार* :-कोई नहीं

*मुहूर्त :-*  नहीं है।

*🌞चोघडिया, दिन*

अमृत06:36 - 08:04शुभ

काल08:04 - 09:32अशुभ

शुभ09:32 - 11:00शुभ

रोग11:00 - 12:28अशुभ

उद्वेग12:28 - 13:56अशुभ

चर13:56 - 15:25शुभ

लाभ15:25 - 16:53शुभ

अमृत16:53 - 18:21शुभ

*चोघडिया, रात*

चर18:21 - 19:52शुभ

रोग19:52 - 21:24अशुभ

काल21:24 - 22:56अशुभ

लाभ22:56 - 24:28*शुभ

*पंचांग कर्ता:- सुप्रशिद्ध ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन(राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त) संपादक समयसमीक्षा मो 9425187186* 

ॐ जय शिव ओंकारा आरती

ॐ जय शिव ओंकारा
ॐ जय शिव ओंकारा, प्रभु हर शिव ओंकारा
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा
ॐ जय शिव ओंकारा
ॐ जय शिव ओंकारा, प्रभु हर शिव ओंकारा
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा
ॐ जय शिव ओंकारा
एकानन चतुरानन पञ्चानन राजे
स्वामी पञ्चानन राजे
हंसासन गरूड़ासन
हंसासन गरूड़ासन
वृषवाहन साजे
ॐ जय शिव ओंकारा
दो भुज चार चतुर्भुज, दसभुज ते सोहे
स्वामी दसभुज ते सोहे
तीनों रूप निरखता
तीनों रूप निरखता
त्रिभुवन मन मोहे
ॐ जय शिव ओंकारा
अक्षमाला वनमाला मुण्डमाला धारी
स्वामी मुण्डमाला धारी
चन्दन मृगमद चंदा
चन्दन मृगमद चंदा
भोले शुभ कारी
ॐ जय शिव ओंकारा
श्वेताम्बर, पीताम्बर, बाघाम्बर अंगे
स्वामी बाघाम्बर अंगे
ब्रह्मादिक संतादिक
ब्रह्मादिक संतादिक
भूतादिक संगे
ॐ जय शिव ओंकारा
कर मध्ये च’कमण्ड चक्र त्रिशूलधरता
स्वामी चक्र त्रिशूलधरता
जग कर्ता जग हरता
जग कर्ता जग हरता
जगपालन करता
ॐ जय शिव ओंकारा
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव जानत अविवेका
स्वामी जानत अविवेका
प्रनाबाच्क्षर के मध्ये
प्रनाबाच्क्षर के मध्ये
ये तीनों एका
ॐ जय शिव ओंकारा
त्रिगुणस्वामी जी की आरति जो कोइ जन गावे
स्वामी जो कोइ जन गावे
कहत शिवानन्द स्वामी
कहत शिवानन्द स्वामी
मनवान्छित फल पावे
ॐ जय शिव ओंकारा
ॐ जय शिव ओंकारा, प्रभु हर शिव ओंकारा
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा
ॐ जय शिव ओंकारा
ॐ जय शिव ओंकारा, प्रभु हर शिव ओंकारा
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा
ॐ जय शिव ओंकारा


 


 


 


महालक्ष्मीजी की आरती

ॐ जय लक्ष्मी माता


(ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता


तुमको निशदिन सेवत, मैया जी को निशदिन सेवत


हरि विष्णु विधाता, ॐ जय लक्ष्मी माता) x २


(उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता


सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता


ॐ जय लक्ष्मी माता) x २


(दुर्गा रुप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता


जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता


ॐ जय लक्ष्मी माता) x २


(तुम पाताल-निवासिनि, तुम ही शुभदाता


कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी, भवनिधि की त्राता


ॐ जय लक्ष्मी माता) x २


(जिस घर में तुम रहतीं, सब सद्गुण आता


सब सम्भव हो जाता, मन नहीं घबराता


ॐ जय लक्ष्मी माता) x २


(तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता


खान-पान का वैभव, सब तुमसे आता


ॐ जय लक्ष्मी माता) x २


(शुभ-गुण मन्दिर सुन्दर, क्षीरोदधि-जाता


रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता


ॐ जय लक्ष्मी माता) x २


(महालक्ष्मीजी की आरती, जो कोई नर गाता


उर आनन्द समाता, पाप उतर जाता


ॐ जय लक्ष्मी माता) x २


(ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता


तुमको निशदिन सेवत, मैया जी को निशदिन सेवत


हरि विष्णु विधाता, ॐ जय लक्ष्मी माता) x २


आरती श्री गणेशजी

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा
एकदन्त दयावन्त चारभुजाधारी
माथे पर तिलक सोहे, मूसे की सवारी
पान चढ़े फूल चढ़े और चढ़े मेवा
लड्डुअन का भोग लगे सन्त करे सेवा
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा
अँधे को आँख देत कोढ़िन को काया
बाँझन को पुत्र देत निर्धन को माया
सूर श्याम शरण आए सफल कीजे सेवा
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा.


 


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